Saturday 17 May 2014

" कैसे हो तुम "

मालकोश का राग मधुर
या आतुर प्रश्न तुम्हारा
कैसे हो तुम पूछ रहा वो
  झिलमिल निमिष सितारा
महानील में लाखों तारे
कहता है इकतारा
टिम-टिम करता नीला तारा
 जान से मुझको प्यारा  !!

© कंचन पाठक.
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