गुन-गुन गुंजित भ्रमर गीत सुन
कली सुंदरी मुस्काई ,
फागुन के आने की सुनकर
हवा बसन्ती बौराई !!
दश दिश झूमे नव-नव पल्लव
कूक कोयलिया विहगन कलरव
हरित ओष्ठ पादप लख शुक दल
पखियन पसार पीहू अकुलाई !
फागुन के आने की सुनकर
हवा बसन्ती बौराई !!
मंजरियाँ मधु - शीश उठाए
अजब सुवास मदिर बिखराए
महुआ गंध पगी पुरवैया
चले बहकी-बहकी मदमायी
फागुन के आने की सुनकर ,
हवा बसन्ती बौराई !!
मन मतवाला बहका जाए
तन फूलों संग महका जाए
लगा लुटाने प्रखर रंग रवि
उषा सुंदरी शरमाई !
फागुन के आने की सुनकर
हवा बसन्ती बौराई !!
© कंचन पाठक.
All rights reserved.
Published in Amar Ujala Yuvaan (15 March 2014)
कली सुंदरी मुस्काई ,
फागुन के आने की सुनकर
हवा बसन्ती बौराई !!
दश दिश झूमे नव-नव पल्लव
कूक कोयलिया विहगन कलरव
हरित ओष्ठ पादप लख शुक दल
पखियन पसार पीहू अकुलाई !
फागुन के आने की सुनकर
हवा बसन्ती बौराई !!
मंजरियाँ मधु - शीश उठाए
अजब सुवास मदिर बिखराए
महुआ गंध पगी पुरवैया
चले बहकी-बहकी मदमायी
फागुन के आने की सुनकर ,
हवा बसन्ती बौराई !!
मन मतवाला बहका जाए
तन फूलों संग महका जाए
लगा लुटाने प्रखर रंग रवि
उषा सुंदरी शरमाई !
फागुन के आने की सुनकर
हवा बसन्ती बौराई !!
© कंचन पाठक.
All rights reserved.
Published in Amar Ujala Yuvaan (15 March 2014)
Prakriti ki chhataa kudrat ki bikharati mahakati khusnuma hawawon , Phalgun ki prem bhari sundar rangon ki bauchharein , wah wah. manmohit aanandit aur aakarshit kar leti hain. Bahut hi sundar abhivyakti kee hai aapne kanchan Pathak ji. Such kahaa hai " Jahaa naa pahunche Ravishwar , wahaa pahunche Kavishwar. Bahut bahut umda rachna hai aapki . Rom rom pulkit aanandmay kar dene wali khubsurat bhav se sushobhit panktiyan . Shubh aasheesh sneh aapko.
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